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बिहार के सभी पदों पर होगी स्थायी नियुक्ति

सभी पदों पर होगी स्थायी नियुक्ति : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने कहा है कि डाटा इंट्री ही नहीं बल्कि अन्य वैसे पद जो अस्थायी हैं और वहां संविदा पर काम कर रहे हैं उनके पद को स्थायी कर स्थायी नियुक्ति की जायेगी. सरकार का स्पष्ट निर्णय हैं कि अगले एक वर्ष में खाली पडे. पदों पर स्थायी नियुक्ति कर ली जायेगी. तीन सदस्यीय टीम कर रही स्ट्रक्चर तय करने का फॉर्मूला
10 हजार से अधिक हैं संविदा पर डाटा इंट्री ऑपरेटर कार्यरत
सचिवालय से लेकर मुफस्सिल तक कार्यालयों में डाटा इंट्री ऑपरेटर व आइटी मैनेजर के पदों पर स्थायी नियुक्ति होगी. फिलहाल इन कार्यालयों में 10 हजार से अधिक कर्मी आउटसोर्सिंग कंपनियों के माध्यम से काम कर रहे हैं. सरकार ने इन पदों को स्थायी कर नियुक्ति के लिए विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी में उनके अलावा वित्त व सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव को सदस्य बनाया गया है.
तीन सदस्यीय कमेटी को जिम्मेवारी दी गयी है कि किन-किन कार्यालयों में डाटा इंट्री ऑपरेटर और आइटी मैनेजर की जरूरत है, उसका आकलन कर सरकार को रिपोर्ट दे. कमेटी यह भी सुझाव देगा कि डाटा इंट्री ऑपरेटर के लिए क्या वेतनमान और आइटी मैेनेजर के लिए क्या वेतनमान होगा. आइटी मैनेजर के लिए क्या शैक्षणिक योग्यता होगी और डाटा इंट्री ऑपरेटर के लिए क्या शैक्षणिक योग्यता होगी. वर्तमान में बेल्ट्रान विभित्र विभागों व कार्यालयों के लिए डाटा इंट्री ऑपरेटर व आइटी मैनेजर को आउटसोर्स कर उपलब्ध कराती है.
अब सरकार इनकी समस्याओं के समाधान के लिए डाटा इंट्री ऑपरेटर और आइटी मैनेजर के पद को स्थायी किया जायेगा. स्थायी नियुक्ति के लिए विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग सेवा संवर्ग नियमावली तैयार करेगा. वर्तमान में जहां जो कर्मी कार्यरत हैं उन्हें स्थायी नियुक्ति में वेटेज दिया जायेगा. कमेटी के अधिकारियों के अनुसार डाटा इंट्री के पद को निम्न वर्गीय लिपिक के समान पद की मान्यता दी जायेगी. दो साल का होगा कांट्रेक्ट, 60 से 65 वर्ष के बीच को प्राथमिकता
सूबे में हाइ स्कूलों में सेवानवृत्त शिक्षक फिर से पढ.ाते हुए नजर आयेंगे. कैबिनेट की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग में इस पर मंथन शुरू हो गया है और जिलों से रिक्तियां ली जा रही है. राज्य भर में एक हजार सेवानवृत्त शिक्षकों की कांट्रेक्ट के आधार पर नियुक्ति की जायेगी.
यह कांट्रेक्ट दो साल का होगा. सेवानवृत्त शिक्षकों जिनकी उम्र साठ से 65 वर्ष के बीच है, उन्हीं की नियुक्ति होगी.
अगर कोई शिक्षक 64 साल की उम्र में ज्वाइन करते हैं तो उनके लिए महज एक साल का कांट्रेक्ट होगा. सेवानवृत्त शिक्षकों को वेतन के रूप में कितनी राशि देना है इस पर लगभग निर्णय हो चुका है. ऐसे शिक्षकों को पेंशन की राशि तो मिल रही है, ये मिलेगी ही. साथ ही सेवानवृत्ति के समय जो वेतन मिल रहा था, उसमें से पेंशन की राशि घटा कर वेतन दिया जायेगा.

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