Sr Programmer vacancy at District e-Governance Society, Giridih - Giridih, Jharkhand

Sr Programmer vacancy at District e-Governance Society, Giridih - Giridih, Jharkhand

District e-Governance Society, Giridih has given a recruitment notification to fill the posts of Senior Programmer on contract basis. 

  • Name of the Posts: Senior Programmer 

No: of Posts: 01 



Age Limit: Candidates age must be maximum 35 years 
Educational Qualification: Candidates must possess B.E/B.Tech or Diploma in Comp Science & Engineering or MCA with 4 years experience in working with e-Governance projects. 
Salary: Rs. 28,000/- p.m 
Eligible Candidates may attend the interview with bio-data and relevant certificates of testimonials on 26-09-2015 at 11.00 A.M 

Click Here for Detailed Recruitment Notification  http://giridih.nic.in/recruitment/degs_information.pdf 

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  1. भारतीय राजनीति की नई सनसनी ओवैसी आखिर हैं कौन? पढ़ें- पूरी कहानी

    बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने एंट्री ले ली है। ओवैसी ने सीमांचल से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ओवैसी के बिहार में एंट्री की खबर से ही राजनीतिक पार्टियों में खलबली मच गई है। खासकर लालू-नीतीश के महागठबंधन को झटका लगा है। इन चुनावों में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन एक बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकती है और इसकी वजह है इसके नेता असदुद्दीन ओवैसी द्वारा चुनाव दर चुनाव मुस्लिम वोटों में की जा रही सेंधमारी। इससे पहले महाराष्ट्र निगम और विधानसभा चुनावों में एआईएमआईएम अपनी ताकत की झलक दिखा चुकी है। अगर बिहार में ओवैसी चुनाव मैदान में कूदते हैं तो वे तमाम राजनीतिक दलों के समीकरण बदल सकते हैं।
    असदुद्दीन ओवैसी का परिचय
    भारतीय राजनीति की नई सनसनी ओवैसी आखिर हैं कौन? पढ़ें- पूरी कहानी बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने एंट्री ले ली है। ओवैसी ने सीमांचल से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
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    असदुद्दीन ओवैसी का जन्म 13 मई 1969 को हैदराबाद में हुआ था। उनकी शादी 1996 में फरहीन ओवैसी से हुई थी। उनकी पांच बेटियां और एक बेटा है। उनकी आरंभिक शिक्षा 1973 से 1983 तक हैदराबाद पब्लिक स्कूल से हुई। 1984 से 1986 तक वे सेंट मैरी जूनियर कॉलेज में पढ़े। 1986-89 के दौरान उन्होंने निजाम कॉलेज से बीए किया और 1989-1994 में उन्होंने लंदन के लिंकन कॉलेज से बैरिस्टर की डिग्री हासिल की।
    13 मई 1969 को हैदराबाद में जन्मे असदुद्दीन ओवैसी 2008 से ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष हैं। वे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, नई दिल्ली के संस्थापक सदस्य हैं और 1971 में स्थापित एक गैरराजनीतिक संगठन दार-उस-सलाम बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। 1994 और 1999 में वो हैदराबाद की चारमीनार विधानसभा सीट से विधायक रहे और 2004, 2009 और 2015 में हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।
    All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen l
    15वीं लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी को संसद रत्न अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स वेबसाइट के मुताबिक 2014 में असदुद्दीन ओवैसी की कुल संपत्ति 4 करोड़ से ज्यादा थी। उन पर 1 करोड़ से ज्यादा की देनदारी है। ट्विटर पर उनके 76 हजार फॉलोअर हैं। फेसबुक पर साढ़े तीन लाख फॉलोअर हैं। असदुद्दीन ओवैसी पर वर्तमान में 4 मुकदमे चल रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी को वर्ष 2005 में तेलंगाना के मेडक जिले में जिला अधिकारी को धमकी देने के आरोप में जेल भेजा गया था।


    औवेसी की ताकत का राज
    असदुद्दीन औवेसी की राजनीतिक शैली और आक्रामकता उन्हें दूसरे अल्पसंख्यक नेताओं से अलग खड़ा करती है। उनकी ताकत है मुद्दों पर पकड़, बातचीत का स्पष्ट व तर्कपूर्ण लहजा तथा उग्रता। यही वजह है कि उन्हें आजम खान और अबु आजमी की कतार में नहीं खड़ा किया जाता। बात चाहे संसद में बोलने की हो या किसी इंटरव्यू में पत्रकारों के तीखे सवालों का सामना करने की, औवेसी की बातचीत में जो आत्मविश्वास और आक्रामकता दिखती है वो अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम युवाओं पर अलग प्रभाव छोड़ती है। वे सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव हैं और इसके जरिए पब्लिक से कनेक्ट रहते हैं। न्यूक्लियर डील के समय दूसरे मुस्लिम नेताओं के विपरीत उन्होंने अमेरिका से डील का समर्थन किया था। पीएम मोदी के आह्वान पर हाल ही में उन्होंने एलपीजी गैस सब्सिडी छोड़ी और इसका फोटो ट्विटर पर शेयर किया। ओवैसी ने महाराष्ट्र में बीफ बैन का विरोध किया, लेकिन इसका कारण कोल्हापुर के चप्पल उद्योग के प्रति अपनी चिंता को बताया। याकूब मेनन की फांसी का सीधे-सीधे विरोध की बजाय राजीव गांधी के हत्यारों और देवेंद्र सिंह भुल्लर व बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की मांग की। वे ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाले हिंदू नेताओं को उन्हीं की भाषा में जवाब देने का दावा करते दिखाई देते हैं। हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी पर उनकी अच्छी पकड़ है और वे यूपी और बिहार में मुस्लिम वोटों के भरोसे बैठे नेताओं का चुनावी गणित बिगाड़ने का माद्दा रखते हैं।


    असदुद्दीन ओवैसी की राजनीतिक प्रोफाइल
    1994-99—विधायक, चारमीनार, हैदराबाद
    1999-2003-विधायक, चारमीनार, हैदराबाद
    2004-2009- लोकसभा सांसद, हैदराबाद
    2004-2006-संसद की लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम की कमेटी के सदस्य 2004-2006-संसद की सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण पर बनी कमेटी के सदस्य 2006-2007-रक्षा मामलों की स्थायी समिति के सदस्य
    2009-2014- लोकसभा सांसद, हैदराबाद
    2009-2014-रक्षा मामलों की समिति के सदस्य 2009-2014-नीतिगत मामलों की कमेटी के सदस्य 2014-अब तक-लोकसभा सांसद, हैदराबाद

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